Electronic Waste Management Competition
Electronic Waste Management Competition
हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रॉनिक्स कचरा प्रबंधन पर एक प्रतियोगिता आयोजित की गई, जो शारदा समूह के प्रतिष्ठित संस्थान है। इसके लिए आगरा के इलेक्ट्रॉनिक बाजार, संजय प्लेस और शाह मार्केट के छात्रों, मोबाइल बैटरी, आईसी, लैपटॉप आदि से आने वाले ई-वेदों के बारे में बताया। संस्थान के निदेशक ने इस अवसर पर जानकारी ली। राजीव कुमार उपाध्याय ने बताया जब कोई इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद समाप्त होता है, तो अपशिष्ट उत्पन्न होता है इलेक्ट्रॉनिक कचरा जो पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है जैसे- यदि यदि आप किसी भी सोना मढ़वाया घटक को फेंक देते हैं, तो इसका पीएएच पानी के कारण है। एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। यह हवा में भी घुलनशील है। यह बहुत हानिकारक है है। इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग के प्रमुख प्रो। संजय जैन ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए छात्रों को पाँच समूहों में विभाजित किया गया था। सब समूहों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रथम पुरस्कार छात्रा संजना प्रधान, दूसरा पुरस्कार छात्रों के एक समूह अक्षत जैन को दिया गया। इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग के उप प्रमुख श्री संजय सिंह बताया कि छात्रों को उनके पास आने वाले व्यापारियों से सबसे अधिक इलेक्ट्रॉनिक मिला घटक के बारे में पूछा और यह भी पूछा कि कौन सा इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद दोषपूर्ण होगा वह जो करता है। ज्यादातर व्यापारियों का जवाब है कि वे इसे फेंक देते हैं। छात्रों ने तब उन्हें पर्यावरणीय क्षति के बारे में बताया। इस प्रतियोगिता के संयोजक, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग में सहायक प्रोफेसर श्री हिमांशु प्रकाश एक राजपूत थे। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में, विभाग की सहायक प्रोफेसर, श्रीमती रुपाली महाजन, श्रीमती दीप्ति गुप्ता, श्री मुकंद लाल, श्री अजीत सिंह, श्री केबी सिंह, श्री राकेश ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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