Innovation Day Celebration
Innovation Day Celebration
शारदा ग्रुप ऑफ इन्सटीट्यूषंस के प्रतिष्ठित संस्थान हिन्दुस्तान काॅलेज ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी में भारत रत्न डाॅ. ए. पी.जे. अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर एक दिवसीय नवाचार दिवस (इन्नोवेषन डे) के रूप में मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डाॅ. नितिन अग्रवाल, संयुक्त निदेषक, मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इडस्ट्रीज, भारत सरकार, ब्रिगेडियर मनोज कुमार, एडीआरडी के साइंटिस्ट-डी डाॅ. अभिताभ पाल रहे, जिन्होने माॅं सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का षुभारम्भ किया। शारदा ग्रुप के वाइस चेयरमैन श्री वाई.के. गुप्ता ने कार्यक्रम मुख्य अतिथि डाॅ. नितिन अग्रवाल को पौधा भेंट कर स्वागत किया।
इस अवसर पर आमंत्रित अतिथियों स्वागत संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पौधा भेंट कर किया गया। इस एक दिवसीय इन्नोवेषन डे 2019 में तकनीकी माडल्स प्रतियोगिता में आगरा-मथुरा के लगभग 40 स्कूल व 8 इंजीनियरिंग काॅलेजों से 450 विद्यार्थियों के जरिये 128 साइंस माडल्स स्टाॅल्स पर प्रदर्षित किये गये। इसके अलावा सामान्य ज्ञान पर आधारित एक प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इनोवेषन डे 2019 के प्रमुख माॅडल रहे - सेंट जोर्जेज काॅलेज का वेंडीग्राफ्ट जेनरेटर, एमडी जैन इंटर काॅलेज के ट्रेन ट्रैक ट्रैकर ट्रैजर माॅडल ने सभी का ध्यान आकर्षित किया जिसमें टूटी हुई रेल लाइन को पता लगाकर कंट्रोल रूम को सूचित करना दर्षाया गया। हिन्दुस्तान काॅलेज के विद्यार्थियों ने साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट के पांच तरीके दर्षाए, साथ ही फाइबर रिइंर्फोस्मेंट काॅन्क्रीट, घर पर बायोप्लास्टिक बनाना दर्षाया गया। आनंद इंजीनियरिंग काॅलेज के छात्रों ने पासवर्ड बेस्ड ब्रेकर बनाया, जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूषंस ने पिक एंड प्लेस रोबोट बनाया, वहीं डोमनिक्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल मथुरा ने वेस्ट मेटेरियल से ई-कार्ट बनाई, साथ ही इलैक्टषन डेटा बेस मेनेजमेंट सिस्टम का भी निर्माण किया, राधाबल्लभ स्कूल के छात्र-छात्राओं ने हवा में उपस्थित नमी से पानी का उत्पादन किया साथ ही नदी सफाई हेतु नाव का माॅडल भी प्रस्तुत किया।
सभी माॅडल्स को आमंत्रित अतिथिगण ने व्यक्तिगत रूप से छात्र-छात्राओं के साथ जांचा-परखा। कार्यक्रम के समन्वयक भौतिकी विभाग के डाॅ. विनोद कुषवाह ने बताया कि प्रदर्षित माॅडलों को संस्थान के तथा आमंत्रित संस्थानों के वरिष्ठ प्रोफेसरों की टीम ने जांचा-परखा। संस्थान के निदेषक डाॅ. राजीव कुमार उपाध्याय ने समस्त आमंत्रित अतिथियों, षिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुये अपने उदबोधन में कहा कि संस्थान डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन को ‘इन्नोवेषन डे’ के रूप में प्रतिवर्ष मनाता आ रहा है। यह हमारा सौभाग्य है कि पूर्व राष्टंपति डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम ने वर्ष 2008 में हमारे संस्थान में आकर छात्र-छात्राओं को भविष्य में देष व समाज के लिए उत्कृष्ट प्रदर्षन करने के लिए प्रोत्साहित किया था। डाॅ. उपाध्याय ने कहा कि शारदा ग्रुप के समस्त संस्थान डाॅ कलाम के कथनों का पूर्ण रूप से अनुपालन करते आ रहे हैं।
इस अवसर पर शारदा ग्रुप के वाइस चेयरमैन श्री वाई के गुप्ता ने अपने सम्बोधन में समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आगरा-मथुरा क्षेत्र के अनेक संस्थानों व स्कूलों से आये छात्र-छात्राओं को देखकर मुझे हर्ष हो रहा है। डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम हम सब के लिए प्रेरणाश्रोत हैं संधर्षों के बावजूद उन्होंने जीवन में सफलताएं पाईं और देष के सर्वोच्च पद राष्टंपति के रूप में पदभार ग्रहण किया। विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में नये आयामों को गढ़ा। छात्र-छात्राओं को उनके जीवन संघर्ष से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा एक छात्र धर्वेन्द्र यादव ने इसरो के मिषन चन्द्रयान-2 में अपना उत्कृष्ट योगदान देकर संस्थान व राष्टं का नाम रोषन किया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. नितिन अग्रवाल, संयुक्त निदेषक, मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इडस्ट्रीज, भारत सरकार ने अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ कलाम का जीवन इनोवेषन एवं सृजनात्मकता का ज्वलंत उदाहरण है। वह आजीवन देष व समाज को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रयासरत रहे। डाॅ. अग्रवाल ने कहा कि तंत्र में व्याप्त समस्याओं के उचित समाधान एवं निराकरण की नितांत आवष्यकता है। व्यवसाय में भी नये-नये इनोवेषन देखने के लिए मिल रहे हैं। आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। इनोवषन के बिना देष व समाज का उत्थान सम्भव नहीं है। हमें नौकरी करने के बजाय नौकरी सृजन पर अधिक ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर मनोज कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि सबसे अधिक इनोवेषन भारतीय सेनाओं में होते रहे हैं। आज हमारी सेना विष्व की श्रेष्ठतम सेनाओं में सुमार है। उन्होंने इंसान के सफल होने के लिए निम्नलिखित तीन गुणों का होना आवष्यक है। पहला- भारतीयता, दूसरा सफलताओं से सीखना, तीसरा अपने लक्ष्य को पाने का जुनून। कार्यक्रम में एडीआरडी के साइंटिस्ट-डी डाॅ. अभिताभ पाल ने अपने सम्बोधन में छात्र-छात्राओं के समक्ष डाॅ. कलाम को याद करते हुये कहा कि उनकी मुलाकात 1990 के दषक में हुई थी। उन्होंने कहा कि डाॅ. कलाम बहुत ही सहजभाव व्यक्ति थे । वह कभी किसी भी असफलता पर नाराजगी प्रकट नहीं करते थे और निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रोत्साहित करते थे।
हमें अपनी असफलताओं से भी सीखना चाहिए और हमें आजीवन सीखते रहने की आदत बनाये रखनी चाहिए। सफलता के लिए संयुक्त समन्वयक कम्प्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष श्री मुनीष खन्ना और इनफोरमेषन टेक्नोलाॅजी विभाग के विभागाध्यक्ष श्री शंकर ठाकर एवं उनकी समस्त आयोजन समिति का भी धन्यवाद करते हुये बधाई दी और उपरोक्त सभी विद्यालयों के प्राचार्य, षिक्षक एवं विद्यार्थियों को शुभकामनायें देते हुये बधाई संदेष दिया तथा नकद पुरस्कारों एवं प्रमाण-पत्रों सहित उपरोक्त विजयी स्कूलों के विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए षुभकामनायें भी दीं। इस अवसर पर आगरा-मथुरा क्षेत्र के समस्त स्कूलों एवं संस्थानों के प्रतिनिधियों को हिन्दुस्तान काॅलेज के वरिष्ठ अधिकारियों तथा आमंत्रित अतिथियों द्वारा प्रमाणपत्र भेंट किये गये। कार्यक्रम के अंत में आमंत्रित अतिथियों को शाॅल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सह समन्वयक डाॅ. प्रमोद सेंगर एवं मानविकी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. केषव देव की अहम भूमिका रही। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन भौतिकी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. विनोद कुषवाह ने दिया।
कार्यक्रम का संचालन इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती रूपाली महाजन एवं सिविल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर नीषू वर्मा ने किया। इस मौके पर शारदा ग्रुप के कार्यकारी अधिकारी प्रो. वी.के. शर्मा, अधिषासी निदेषक डाॅ. डी.जी. राॅय चैधरी, निदेषक आनंद इंजीनियरिंग काॅलेज डाॅ. शैलेन्द्र सिंह, निदेषक एच.आई.एम.सी.एस. डाॅ. नवीन गुप्ता, डाॅ. अमित शर्मा, डीन स्टूडेंट वैलफेयर डाॅ संदीप अग्रवाल, डीन फैकल्टी डाॅ. हरेन्द्र सिंह, प्रथम वर्ष समन्वयक डाॅ. सुरूची, संस्थान के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. राजीव कुमार तिवारी, श्री मनीष गुप्ता, निदेषक शारीरिक षिक्षा एवं खेलकूद डाॅ. राजेष कहरवार, संस्थान के कुलसचिव डाॅ. पंकज खन्ना, संस्थान के सभी विभागाध्यक्ष, षिक्षकगण, कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
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